what is the best way to create a budget: बजट कैसे बनाएं तथा इसके फायदे एवं नुकसान

बजट बनाना आपके लिए अपने लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। यह आपको दिखाएगा कि आपका पैसा कहाँ जा रहा है और कहाँ आपके पास कम खर्च करने की गुंजाइश है ताकि आप कार, घर या अपने वित्तीय लक्ष्यों के लिए बचत कर सकें।

आइए अब हम बजट के बारे में विस्तार से चर्चा करते हैं –

बजट क्या है? (What is a budget?)

बजट क्या है? (What is a budget?)

बजट एक योजना है जिसे आप यह तय करने के लिए लिखते हैं कि आप हर महीने अपना पैसा कैसे खर्च करेंगे। बजट आपको यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि आपके पास हर महीने पर्याप्त पैसा होगा। बजट के बिना, आपके अगले वेतन से पहले ही आपके पास पैसे खत्म हो सकते हैं।

बजट आपको दिखाता है:

  • आप कितना पैसा कमाते हैं।
  • आप अपना पैसा कैसे खर्च करते हैं।

why is it important to create a budget (बजट बनाना क्यों महत्वपूर्ण है?)

why is it important to create a budget (बजट बनाना क्यों महत्वपूर्ण है?)

बजट एक मैचमेकर की तरह काम करता है। यह इस लक्ष्य (आपके खर्च) को उस लक्ष्य (आपकी आय) से जोड़ता है और उन लक्ष्यों को पूरा करता है।

यदि आपका एक लक्ष्य अपनी वित्तीय स्थिति को व्यवस्थित रखना है, तो बजट बनाने के महत्व को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

लेकिन यह तो बस शुरुआत है कि यह आपके लिए क्या कर सकता है। बजट के और भी कई फायदे हैं। आइए देखें कि ये 7 समझदारी भरे बजट लाभ आपकी मौद्रिक इच्छाओं और ज़रूरतों से कैसे जुड़ते हैं।

बजट बनाने के लाभ (Advantages of Budgeting):

बजट बनाने के लाभ (Advantages of Budgeting)

1. आपातकालीन स्थिति में आपकी मदद कर सकता है –

आपकी छत गिर गई, उस आधींभरी तूफान के कारण। आपकी नियमित तनख्वाह अचानक बन्द हो गई, उन कठोर दिल वाले कॉर्पोरेट अधिकारियों के कारण जिन्होंने नौकरियों में कटौती का आदेश दिया। आपके बच्चे का टखना टूट गया, उस पेड़ से गिरने के कारण।

ओह……. 😮, हे भगवान ये तो बहुत बुरा हुआ 😢😢

इस तरह के अप्रत्याशित बुरे खर्च तथा कई अन्य समस्याएं आपको चौंका सकती हैं, लेकिन उन्हें पूर्वानुमानित करने का एक तरीका है; अपने परिवार के बजट में एक पंक्ति जोड़ें जिसमें लिखा हो “आपातकाल।”

आप इस बात पर काफी हद तक भरोसा कर सकते हैं कि वे ऐसे समय में सामने आएंगे जब आप उन्हें खरीदने में सक्षम नहीं होंगे। संयोग? भाग्य? बस आपकी बेवकूफी भरी किस्मत?

एक बजट जिसमें आपातकालीन निधि शामिल है, वह समीकरण से भाग्य (या इसकी कमी) और संयोग को बाहर कर देता है। एक आपातकालीन निधि के साथ जो आपके तीन से छह महीने तक के रहने के खर्चों को कवर कर सकती है, घर की छत को फिर से बनाना, या अपनी अगली नौकरी (इस बार सही नौकरी) को ढूंढना, या अपने पेड़ पर चढ़ने वाले बच्चे के पैर में प्लास्टर लगवाना (हालाँकि यह बेचारे बच्चे के लिए दर्दनाक होगा, भले ही इससे आपकी जेब पर ज्यादा असर न पड़े) आर्थिक रूप से इतना दर्दनाक नहीं होगा।

2. बजट बनाने से सेवानिवृत्ति में मदद मिल सकती है –

आप अपनी सेवानिवृत्ति में क्या करने की उम्मीद करते हैं? यात्रा करना? आखिरकार नृत्य सीखना? नाती-नातिन की देखभाल करना? कुछ भी नहीं करना? समुद्र तट या बिच पर मस्ती करना,……. इत्यादि।

क्या आप अपने सुनहरे वर्षों तक पहुँचने से पहले ही काम करना बंद करना चाहते हैं? जब आप समय की घड़ी पर नहीं टिकेंगे तो आपको हर महीने कितने पैसे की ज़रूरत होगी?

अगर आपको पहले से ही इन सवालों के जवाब पता हैं, तो बढ़िया है। आप अभी जो बजट बना रहे हैं, उसमें अपनी ज़रूरत के हिसाब से बचत कर सकते हैं। हालाँकि, ज़्यादातर लोगों के दिमाग में अभी इस तरह की कोई खास बात नहीं है। उन्हें बस इतना पता है कि उन्हें रिटायरमेंट के लिए पर्याप्त बचत करनी होगी। बजट भी इसे संभाल सकता है।

यह आपको यह पता लगाने में मदद करेगा कि आप अपने वित्तीय जीवन के किसी भी चरण में NPS या सेवानिवृत्ति खाते में नियमित रूप से कितना योगदान कर सकते हैं, और फिर यह आपको उन योगदानों को जारी रखने में मदद करेगा। यदि आप इसके साथ बने रहते हैं, तो ये सेवानिवृत्ति निधि आपके लिए तब उपलब्ध होगी जब समय आएगा, जैसा कि स्नूप विज्ञापन में कहते हैं, “अच्छा जीवन जीना शुरू करें।”

3. बजट बनाने से आपको गलत खर्च करने की आदतों को सुधारने में मदद मिल सकती है –

आप शायद यह स्वीकार नहीं करना चाहेंगे कि आपकी कुछ खर्च करने की आदतें आपकी वित्तीय भलाई में मदद नहीं कर रही हैं। वे इतने लंबे समय से आपके साथ हैं कि वे आपके जीवन का अहम हिस्सा हैं। फिल्में, स्ट्रीमिंग सेवाएं, नियमित रातें बाहर, हर चीज में से सबसे अच्छा पाने की इच्छा, हेडफ़ोन, स्नीकर्स, स्वेटर, स्पोर्ट्स जर्सी, झुमके, आदि जो आपके क्रेडिट कार्ड ने खरीदना आसान और सुविधाजनक बना दिया है।

बजट आपको इस सवाल का एक अलग जवाब सोचने में मदद करेगा। कई मामलों में, जवाब होगा; नहीं, आपको ये सब करने की ज़रूरत नहीं है।

Note 👉🏾 किसी भी बुरी आदत को छोड़ने का पहला कदम समस्या को पहचानना है। जब बजट में आपसे अपने पैसे खर्च करने के तरीके के बारे में लिए गए निर्णयों का विवरण मांगा जाता है, तो वे खर्च जो बिना सोचे समझे किए जाते हैं, ध्यान में आ जाएँगे।

आपको अपनी खराब खर्च करने की आदतों को सुधारना मुश्किल लग सकता है। आपको शायद कुछ मुश्किल विकल्प चुनने पड़ें। लेकिन आपका बजट पूरी तरह से समझौता करने वाला नहीं होना चाहिए। उदाहरण के लिए, आप अभी भी एक नई बाइक या कार खरीद सकते हैं, लेकिन आपका बजट आपको बुलेट या रोल्स रॉयस के बजाय केवल हीरो स्पलेंडर या मारूति सुजुकी खरीदने की सलाह दे सकता है।

4. बजट बनाने से आपको अपने वित्त पर नियंत्रण मिलता है –

ज्ञान ही शक्ति है, आपने तो यह सुना ही होगा? खैर, बजट आपको इस बारे में ‘जानकारी’ देता है कि आपके पास कितना पैसा है, आप कितना पैसा बचा रहे हैं, और/या आप अपने संसाधनों का कितना ज़्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं।

दूसरे शब्दों में, बजट बनाने से आप इस बात के प्रभारी बन जाते हैं कि आप क्या खर्च कर सकते हैं और कब खर्च कर सकते हैं। हो सकता है कि, आपको अपने क्रेडिट कार्ड बिलों का समय पर भुगतान करने में कठिनाई हो रही हो या हो सकता है कि आप जिस बीच वेकेशन के लिए तरस रहे हैं, वह आपकी पहुँच से बाहर हो या हो सकता है कि छुट्टियों के कारण आपके पास पहले से ही कम पैसे हैं और उन पर ज़्यादा दबाव पड़ रहा हो, जब आप अपने वित्तीय जीवन को नियंत्रित नहीं करते हैं, तो आप पैसे की कमी के दलदल में और भी ज़्यादा फंसने से खुद को रोक नहीं पाते हैं।

कर्ज से बाहर निकलना असंभव सा लग सकता है। परन्तु बजट बनाने से आपको वित्तीय स्वतंत्रता एवं परिस्थिति के अनुसार निर्णय लेने का अधिकार मिलता है। जो आपको वित्त पर नियंत्रण बनाए रखने में मदद करता है।

5. बजट बनाना सुनिश्चित करता है कि आप केवल उतना ही खर्च करें जितना आप वहन कर सकते हैं –

हमने पहले भी इसका ज़िक्र किया है, बजट आपको यह तय करने में मदद करता है कि आपको कुछ खरीदना चाहिए या नहीं। बजट के बिना, ये फ़ैसले आर्थिक रूप से कम मज़बूत कारकों से प्रेरित हो सकते हैं, जैसे, मान लीजिए आपके बटुए या पर्स में क्रेडिट कार्ड की मौजूदगी आपको उस चीज़ को अभी खरीदने की अनुमति देती है, चाहे आप बाद में उसका भुगतान कर सकें या नहीं।

👉 वास्तव में, क्रेडिट कार्ड ऋण पैसे की परेशानी में फंसे लोगों के बीच बहुत बड़ी समस्या है, और यह दिन प्रतिदिन बदतर होती जा रही है।

इसलिए, बजट को अपने खर्च पर एक तरह के नियंत्रणकर्ता के रूप में सोचें। यह आपके निर्णय लेने को इस तरह से नियंत्रित करेगा कि आपकी वित्तीय भलाई सकारात्मक दिशा में आगे बढ़े। आपको पता होगा कि आप हर महीने कितना खर्च कर सकते हैं क्योंकि आपका बजट आपको दिखा रहा है कि आप कितना कमा रहे हैं और कितना बचा रहे हैं।

6. बजट बनाने से पारिवारिक जीवन बेहतर हो सकता है –

परिवार के बाकी सदस्यों को यह समझाने में थोड़ा समय लग सकता है कि बजट पर टिके रहने से उनका जीवन बेहतर होगा। हम यह दिखावा नहीं करने जा रहे हैं कि ज़्यादा खर्च पर कटौती करना बच्चों को जल्दी और आसानी से समझाना है, जो मॉल में जब चाहें जो चाहें खरीद लेते हैं। हालाँकि, लंबे समय में, बजट आपके घरेलू शांति को कुछ महत्वपूर्ण तरीकों से बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।

शुरुआत के लिए, अपनी क्षमता के अनुसार जीवन जीना तनाव से राहत देगा। अध्ययनों से पता चला है कि नैदानिक ​​चिंता के मुख्य स्रोतों में से एक ऋण है। यह देखना आसान है कि वित्तीय तनाव कम करने का मतलब परिवार में सभी के लिए एक खुशहाल घरेलू जीवन हो सकता है। जब आपका बजट आपके ऋण को खत्म कर देता है, तो पैसे को लेकर बहस भी खत्म हो जाती है।

बजट के निर्माण और क्रियान्वयन में पूरे परिवार को शामिल करने से प्रत्येक सदस्य को भागीदारी की भावना मिलती है और यहां तक ​​कि आपके सामूहिक वित्तीय स्वास्थ्य पर स्वामित्व भी मिलता है। बजट के बारे में नियमित चर्चा से उत्पादक संचार के अवसर मिल सकते हैं, और परिवार में ये हमेशा अच्छी चीजें होती हैं। उदाहरण के लिए, हर कोई साप्ताहिक पैसे बचाने वाले डिनर मेनू शेड्यूल के आयोजन में भाग ले सकता है।

7. बजट बनाने से वित्तीय तनाव कम एवं मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है –

उस कर्ज से जुड़ी चिंता के बारे में, जिसके बारे में हमने कुछ समय पहले बात की थी… यह तब और भी गंभीर हो सकती है, जब वित्तीय संकट में फंसा कोई व्यक्ति तनख्वाह से तनख्वाह तक का खर्च उठा रहा हो।

अगर आपको नहीं लगता कि आपका वित्त अप्रत्याशित खर्च को झेल पाएगा, तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि आपके होश उड़ सकते हैं या घबराहट के दौरे या अत्यधिक मूड बदलाव का अनुभव कर सकते हैं। या खराब वित्तीय मामलों को लेकर चिंता शारीरिक समस्याओं से भी जुड़ी हो सकती है। यह आपके रक्तचाप और हृदय गति को प्रभावित कर सकता है। यह आपकी याददाश्त को कमजोर कर सकता है और वजन बढ़ा सकता है।

तो फिर, अपने वित्तीय तनाव को कम करना एक बजट का एक प्रमुख लाभ हो सकता है जो आपको कर्ज की गहराई से वापस लाता है और आपका स्वास्थ्य, चाहे वह मानसिक हो या शारीरिक को बेहतर करने में मदद करता है।

बजट बनाने के नुकसान (Disadvantages of Budgeting):

बजट बनाने के नुकसान (Disadvantages of Budgeting)

1. देर से परिणाम मिलता (Get results late):

जैसा कि आप जानते हैं, बजट बनाने में समय और मेहनत लगता है और कुछ लोगों को इसका फ़ायदा जल्दी नहीं मिलता। इसके साथ समस्या यह है कि कुछ लोग बजट का पालन करने में रुचि खो सकते हैं। चूँकि ज़्यादातर लोग दीर्घकालिक उद्देश्य पर ध्यान केंद्रित करते हैं, इसलिए बजट पर बने रहना चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि वे प्रक्रिया-उन्मुख होते हैं।

Note 👉🏾 याद रखें कि अगर आप अपने बजट पर टिके रहते हैं तो आप अंततः अपना लक्ष्य हासिल कर लेंगे क्योंकि यह प्रभावी है।

2. अशुद्धता (Inaccuracy):

यह मुख्य कारण हो सकता है कि अधिकांश व्यक्ति बजट का उपयोग करना बंद कर देते हैं। यदि आप बहुत व्यावहारिक नहीं हैं, तो बजट बनाना कभी-कभी या हमेशा गलत होता है। बजट बनाते समय, आपको यह याद रखना चाहिए कि आप अपनी वर्तमान जानकारी के आधार पर अनुमान लगा रहे हैं कि आप कितना खर्च करेंगे।

माना मकान का किराया ₹8000 है, लेकिन अगर महंगाई बढ़ती है, तो किराया अधिक देना होगा या यदि आप नियमित रूप से हर महीने अपनी कार या बाइक में ₹2000 का पेट्रोल भरवाते हैं तो ईंधन की कीमतें बढ़ने से आपको अधिक पैसे खर्च करने पड़ेंगे, जिसके कारण आपको अपनी अपेक्षा से अधिक पैसे खर्च करने पड़ेंगे।

चूँकि आप किसी दिए गए महीने के लिए अपने राजस्व के बारे में कभी भी निश्चित नहीं हो सकते हैं, इसलिए अनियमित सैलरी वालों के लिए बजट बनाना विशेष रूप से कठिन हो सकता है।

3. तनावपूर्ण प्रक्रिया (Stressful Process):

नई आदत शुरू करना मुश्किल हो सकता है क्योंकि आपको इन इच्छाओं का विरोध करने के लिए इच्छाशक्ति का इस्तेमाल करना होगा। उदाहरण के लिए, जब बजट बनाने की बात आती है, तो आपको महीने की शुरुआत में लिए गए निर्णयों पर टिके रहने के लिए इच्छाशक्ति का इस्तेमाल करना चाहिए और अनावश्यक खरीदारी करने से बचना चाहिए।

नई आदत विकसित करने से यह सुनिश्चित नहीं होता कि आप इसे जारी रख सकते हैं, ठीक वैसे ही जैसे किसी और चीज़ के साथ होता है। चूँकि आप खुद से जूझ रहे हैं कि आप उन चीज़ों पर पैसा खर्च न करें जो योजना में नहीं हैं, इसलिए बजट बनाना काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। चूँकि सभी खर्चों पर नज़र रखना मुश्किल हो सकता है, इसलिए इन आदतों को विकसित करने में समय लगता है।

आपकी ज़िम्मेदारियाँ आखिरकार आपके पास आसानी से आ जाएँगी, लेकिन तुरंत नहीं। यदि आप अपने पति, माता-पिता या परिवार के अन्य सदस्यों के साथ घर साझा करते हैं, तो सभी को वित्तीय योजना के लिए तैयार करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

📌 याद रखें 👉 बदलाव चुनौतीपूर्ण होते हैं, खासकर जब पैसे की बात आती है।

4. बजट बनाना कठोर और यांत्रिक है (Budgeting is Rigid And Mechanical):

बहुत से लोग सोचते हैं कि बजट बनाना एक यांत्रिक, अनम्य प्रक्रिया है जो आपके लचीलेपन को सीमित करती है। आपको एक कठोर बजट का पालन करना चाहिए जो यह सीमित करता है कि आप अपने दैनिक जीवन में कहाँ और कितना पैसा खर्च कर सकते हैं।

उदाहरण के लिए, क्या होगा यदि आप अपने पसंदीदा रेस्तरां में जाना चाहते हैं, लेकिन आपका बजट बताता है कि आपने उस महीने बाहर खाने के लिए अपना पूरा मासिक भत्ता पहले ही खर्च कर दिया है? यह बहुत कठोर है! है ना।

5. अत्यधिक मेहनत और समय लगता है (Takes a lot of hard work and time):

बजट बनाना लगभग निश्चित रूप से गलत हो जाएगा अगर आप कुछ लागतों को अनदेखा करेंगे तो पहली बार बजट बनाते समय, कुछ लोग व्यावहारिक नहीं होते हैं। आपको यह समझना चाहिए कि इसके लिए अत्यधिक समय और प्रयास की आवश्यकता होगी।

अगर मुझे हर महीने वेतन न मिलता हो तो क्या करें (What if I don’t get paid every month?)

अगर मुझे हर महीने वेतन न मिलता हो तो क्या करें (What if I don’t get paid every month?)

कुछ लोगों को हर महीने वेतन नहीं मिलता। अगर आप उम्मीद करते हैं कि चीजें पिछले साल जैसी होंगी, तो ये करें:

पिछले साल आपने जो भी पैसा कमाया है उसे जोड़ें। फिर उस संख्या को 12 से भाग दें। यह लगभग इतना पैसा है जो आपके पास हर महीने होना चाहिए। परन्तु यह ध्यान देना आवश्यक है कि यह अनुमान पिछले साल के आधार पर है इसलिए आपको आगामी वर्ष के लिए और अधिक पैसे जोड़ने होंगे।

उदाहरण के लिए, पिछले वर्ष मेरी तनख्वाह 6,00,000 रुपए थी। 6,00,000 ÷ 12 = 50,000 रुपए। अतः मेरे पास हर महीने लगभग 50,000 रुपए से अधिक बजट होना चाहिए।

मैं अधिक पैसे कैसे बचा सकता हूं? (How else can I save money?)

मैं अधिक पैसे कैसे बचा सकता हूं? (How else can I save money?)

पैसे बचाने के लिए आप ये तरीके अपना सकते हैं:

  • एक महीने के लिए, आप जो भी खर्च करते हैं, उसे लिख लें। एक कप कॉफी जैसे छोटे-छोटे खर्च भी बहुत ज़्यादा पैसे बना सकते हैं। जब आपको पता होगा कि आप अपना पैसा कहाँ खर्च कर रहे हैं, तो आप तय कर सकते हैं कि आपको क्या नहीं खरीदना चाहिए।
  • अपने क्रेडिट कार्ड से तभी भुगतान करें जब आप बिल आने पर पूरी राशि का भुगतान कर सकें। इस तरह, आपको अपने बकाया पर ब्याज नहीं देना पड़ेगा।
  • अपने बिलों का भुगतान समय पर करें। इस तरह, आपको विलम्ब शुल्क या अन्य शुल्क नहीं देना पड़ेगा।
  • जो पैसा आप बचा रहे हैं उसे खर्च किए जाने वाले पैसे से अलग रखें।

इस महीने मैंने क्या नहीं खरीदा:

मूवी का टिकट₹.300
कॉफी, चाय, कोल्ड्रिंक, स्नैक्स₹.500
कपड़े₹.3000
अन्य फ़िज़ूल खर्चे₹.4000
इस महीने की कुल बचत राशि₹.7800

बजट कैसे बनाएं (how to create a budget)

बजट कैसे बनाएं (how to create a budget)

बजट बनाने से आपको यह पता लगाने में मदद मिलती है कि आपका पैसा कहां खर्च हो रहा है। अपने वित्तीय लक्ष्यों तक पहुँचने के लिए आप बिलों और खर्चों के पैसे को अलग रख सकते हैं। अपने बजट के लिए समय-सीमा के रूप में आपको कितनी बार भुगतान मिलता है, इसका उपयोग करें। उदाहरण के लिए, यदि आपको मासिक भुगतान मिलता है, तो मासिक बजट सेट करें।

बजट बनाने के लिए आप निम्नलिखित चरणों का पालन करें।

1. अपनी आय रिकॉर्ड करें (Record your income):

रिकॉर्ड करें कि कितना पैसा आ रहा है और कब आ रहा है। अगर आपकी कोई नियमित आय नहीं है, तो एक औसत राशि निकाल लें।

आने वाले सभी पैसों की सूची बनाएं, जिसमें शामिल हैं:

  • कितना
  • कहां से
  • कितनी बार (साप्ताहिक, मासिक या वार्षिक)

यह धन आपके वेतन, पेंशन, सरकारी लाभ या भुगतान, या निवेश से प्राप्त आय हो सकता है।

2. अपने खर्चे जोड़ें (Add up your expenses):

नियमित खर्च आपकी ‘ज़रूरतें’ हैं – वे ज़रूरी चीज़ें जिनके लिए आपको जीने के लिए पैसे चुकाने पड़ते हैं। इनमें शामिल हैं:

निश्चित व्यय (Fixed expenses), उदाहरण के लिए:

  • किराया या बंधक भुगतान
  • बिजली, गैस और फोन बिल
  • घरेलू खर्च, जैसे भोजन और किराने का सामान
  • चिकित्सा लागत और बीमा
  • परिवहन लागत, जैसे बाईक या कार या सार्वजनिक परिवहन
  • परिवार के खर्च, जैसे शिशु उत्पाद, बच्चे की देखभाल, स्कूल की फीस और खेल गतिविधियाँ

ऋण व्यय (Debt expenses), उदाहरण के लिए:

  • व्यक्तिगत ऋण (personal loan) चुकौती
  • क्रेडिट कार्ड भुगतान
  • बंधक पुनर्भुगतान

अप्रत्याशित व्यय (Unexpected expenses), उदाहरण के लिए:

  • बाइक या कार की मरम्मत और सेवाएं
  • मेडिकल बिल
  • अतिरिक्त स्कूल खर्च
  • पालतू जानवरों के खर्चे

यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपने अपने सभी खर्चों को रिकॉर्ड कर लिया है, अपने बिल या बैंक स्टेटमेंट देखें। इसमें यह शामिल करें कि खर्च किस लिए है, कितना है और आप इसका भुगतान कब करते हैं। यदि आपने अपने खर्चों पर नज़र रखी है, तो अपने लेन-देन की सूची का उपयोग करें।

Note 👉🏾 मुद्रास्फ़ीति के कारण हो सकता है कि आपके बिल हर महीने बदलते हों, जो बिल पिछले साल इसी महीने के लिए आपने भुगतान किया था, उस पर नज़र डालें तो हो सकता है कि जनवरी में आपको गैस बिल के लिए 1200 रूपए देने पड़ें हों लेकिन जुलाई में उसी गैस के लिए 1500 रूपए देने पड़ रहें हो। 

3. अपनी खर्च सीमा निर्धारित करें (Set your spending limit):

  • खर्च के बाद जो पैसा बचता है, वह आपका खर्च और बचत का पैसा है।
  • आप अपने खर्च करने वाले पैसे से क्या करना चाहते हैं, इसकी योजना बनाएँ। इससे आपको यह देखने में मदद मिलेगी कि आपका पैसा कहाँ खर्च होगा और आप अपनी खर्च सीमा के भीतर ही रहेंगे।

4. अपना बचत लक्ष्य निर्धारित करें (Set your savings goal):

  • यदि आपके पास कोई बचत लक्ष्य है तो आप अपने बजट का उपयोग उस दिशा में काम करने के लिए कर सकते हैं।
  • एक बार जब आप यह जान जाते हैं कि आपके पास ‘आवश्यकताओं’ के लिए कितना पैसा है, तो आप यह तय कर सकते हैं कि आप उसमें से कितना बचाना चाहेंगे।
  • कुछ बचत करने से अप्रत्याशित खर्चों के लिए सुरक्षा जाल तैयार हो सकता है। नियमित रूप से अलग रखी गई छोटी-छोटी रकम भी बहुत फर्क ला सकती है।

5. अपना बजट समायोजित करें (Adjust your budget):

  • आपका बजट आपके और आपकी जीवनशैली के अनुकूल होना चाहिए, इसलिए परिस्थितियों के बदलने के साथ-साथ अपने बजट को समायोजित करना महत्वपूर्ण है।
  • उदाहरण के लिए, अगर आपके खर्च बढ़ने लगते हैं तो आपको अपने खर्च कम करने पड़ सकते हैं या अपने बचत लक्ष्य को बदलना पड़ सकता है। या अगर आपको वेतन वृद्धि मिलती है या आप कुछ कर्ज चुका देते हैं तो आप अधिक बचत कर सकते हैं।

6. बजट को आसान बनाएं (Make budgeting easier):

बजट को आसान बनाने के लिए, अलग-अलग बैंक खाते खोलने पर विचार करें। इसके लिए आपके पास ये खाते हो सकते हैं:

  • बिलों और व्ययों (bills and expenses) के लिए लेनदेन खाता।
  • व्यय एवं निवेश (spending & investment) के लिए लेनदेन खाता।
  • उच्च ब्याज बचत खाता (higher interest savings account)

इसके बाद आप वेतन के दिन अपने बचत खाते में नियमित हस्तांतरण सेट करके अपने बजट को स्वचालित कर सकते हैं। जब आपके बिल देय हों तो आप प्रत्यक्ष डेबिट भी सेट कर सकते हैं।

मैं अपने बजट का उपयोग कैसे करूँ? (How do I use my budget?)

  • महीने की शुरुआत में, इस बात की योजना बनाएं कि आप उस महीने अपना पैसा कैसे खर्च करेंगे (50-30-20 रूल का प्रयोग करें)। लिखें कि आप कितना कमाएँगे और कितना खर्च करेंगे।
  • आप जो खर्च करते हैं उसे लिखें। ऐसा हर दिन करने की कोशिश करें।
  • महीने के अंत में देखें कि क्या आपने योजना के अनुसार खर्च किया है।
  • अगले महीने के बजट की योजना बनाने में मदद के लिए पिछले महीनों एवं सालों की जानकारी का उपयोग करें।

निष्कर्ष

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि, आप अपने लक्ष्यों को याद रखें क्योंकि बजट बनाना थोड़ा उबाऊ हो सकता है। फिर भी जब आप हर महीने अपने बजट के साथ काम करते हैं, तो खुद को उन कारणों की याद दिलाएँ कि आप ऐसा क्यों कर रहे हैं। साथ ही, यह सुनिश्चित करें कि आप अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सही रास्ते पर हैं, समय-समय पर अपनी प्रगति का मूल्यांकन करें। जैसे-जैसे आप अपने व्यक्तिगत वित्त पर अधिक नियंत्रण प्राप्त करते हैं, आप वित्तीय सफलता प्राप्त कर लेंगे।

ध्यान रखें 👉🏾 अपने क्रेडिट पर नज़र रखना भी एक अच्छा विचार है। एक मजबूत क्रेडिट हिस्ट्री और उच्च क्रेडिट स्कोर ऐसे दरवाज़े खोल सकते हैं जो आपके सपनों के वित्तीय भविष्य को वास्तविकता बना सकते हैं।

FAQs

बजट की आवश्यकता क्यों होती है?

बजट वित्तीय स्थिरता बनाने में मदद करता है। बजट खर्चों पर नज़र रखने और योजनाओं का पालन करने, समय पर बिलों का भुगतान करने, आपातकालीन निधि बनाने एवं कार या घर जैसे बड़े खर्चों के लिए बचत करना आसान बनाता है।

अच्छा बजट कैसे बनाएं?

अच्छा बजट बनाने के लिए इन 6 चरणों को फ़ॉलो करें 👉🏾 1. अपनी शुद्ध आय की गणना करें. 2. अपने खर्च पर नज़र रखें. 3. यथार्थवादी लक्ष्य निर्धारित करें. 4. एक योजना बनाएँ. 5. बजट में रहने के लिए अपने खर्च को समायोजित करें. 6. अपने बजट की नियमित समीक्षा करें.

बजट बनाने का मुख्य उद्देश्य क्या है?

बजट बनाने के मुख्य उद्देश्य: (1) आने वाली अवधि के लिए प्रबंधन की परिचालन योजनाओं को दर्शाता है। (2) मात्रात्मक रूप में प्रबंधन की योजनाओं को औपचारिक रूप देता है। (3) प्रबंधन के सभी स्तरों को आगे की सोचने, परिणामों का अनुमान लगाने और संभावित खराब परिणामों को दूर करने के लिए कार्रवाई करने के लिए मजबूर करता है। (4) व्यक्तियों को निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित कर सकता है।

बजट बनाने से क्या लाभ होता है?

बजट बनाने के लाभ 👉🏾 1. बजट बनाना आपातकालीन स्थिति में आपकी मदद कर सकता है। 2. बजट बनाना रिटायरमेंट में मदद कर सकता है। 3. बजट बनाना आपको खराब खर्च करने की आदतों को ठीक करने में मदद कर सकता है। 4. बजट बनाने से आपको अपने वित्त पर नियंत्रण मिलता है। 5. बजट बनाना सुनिश्चित करता है कि आप केवल उतना ही खर्च करें जितना आप वहन कर सकते हैं। 6. बजट बनाना पारिवारिक जीवन को बेहतर बना सकता है। 7. बजट बनाने से वित्तीय तनाव कम एवं मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।

बजट क्यों तैयार करें?

1. लक्ष्य निर्धारित करने की अनुमति देता है 2. यह अधिक खर्च को रोक सकता है 3. ऋण जोखिम को कम करना 4. वित्तीय लक्ष्य प्राप्त करना 5. वित्तीय जागरूकता 6. सेवानिवृत्ति में मदद मिल सकती है 7. आंतरिक पदानुक्रम और व्यक्तिगत जिम्मेदारियों को स्पष्ट करता है 8. वित्तीय विवरण बनाना 9. निर्णय लेने के लिए महत्वपूर्ण 10. यह आपकी वित्तीय भलाई में सुधार कर सकता है 11. यह आपको अपने लक्ष्यों तक पहुँचने में मदद करता है 12. करों का भुगतान करना 13. भुगतानों को प्राथमिकता देना 14. खर्च की समीक्षा करना

बजट बनाना क्यों महत्वपूर्ण है?

बजट आपको अपने पैसे पर ज़्यादा नियंत्रण देकर आपके बचत लक्ष्यों तक पहुँचने में मदद कर सकता है। आप कितना कमाते हैं और कितना खर्च करते हैं, इसकी ठोस समझ के बिना, नए, प्राप्त करने योग्य लक्ष्य बनाना भारी या अनिश्चित लग सकता है। लेकिन बजट के साथ, आप पहले से योजना बना सकते हैं कि आप प्रत्येक वेतन से कितना अलग रखेंगे।

बजट के फायदे और नुकसान क्या हैं?

बजट बनाने के फायदे 👉🏾 1. बेहतर योजना और नियंत्रण 2. बेहतर संसाधन आवंटन 3. बेहतर संचार और समन्वय 4. बढ़ी हुई प्रेरणा 5. अड़चनों का विश्लेषण 6. लाभप्रदता की समीक्षा 7. सुदृढ़ वित्तीय प्रबंधन। बजट बनाने के नुकसान 👉🏾 1. लचीलापन नहीं 2.अत्यधिक समय लेने वाला 3.अत्यधिक संघर्ष की संभावना 4.तनावपूर्ण प्रक्रिया 5. बजट बनाना कठोर और यांत्रिक है। 6. बजट बनाने के परिणाम आने में समय लगता है।

बजट बनाने में बचत का क्या महत्व है?

बचत का महत्व 👉🏾 कर्ज में कमी, तनाव से राहत, आपातकाल में मदद, वित्तीय जागरूकता, जीवन के लक्ष्य प्राप्त करने, खर्चों को पुनर्गठित करने, सेवानिवृत्ति के लिए बचत करने, अपने वित्तीय लक्ष्यों तक पहुँचने, करियर में लचीलापन, अपने पैसे पर नियंत्रण, अप्रत्याशित खर्चों को संभालने, निवेश करने, वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने में सहायता करता है।

बजट बाधाओं को कैसे दूर करें?

अपनी बजट बाधाओं को स्वीकार करने और उन पर विजय पाने तथा अपने लक्ष्य प्राप्त करने के कुछ तरीके इस प्रकार हैं: 1. अपनी आवश्यकताओं और इच्छाओं को प्राथमिकता दें। 2. अपने मौजूदा संसाधनों और परिसंपत्तियों का लाभ उठाएँ। 3. वित्त पोषण और सहायता के वैकल्पिक स्रोतों की तलाश करें। 4. अपनी प्रक्रियाओं और परिचालनों का अनुकूलन करें। 5. प्रतिक्रिया और सीखने को अपनाएँ।

बजट फेल क्यों होते हैं?

बजट के विफल होने का सबसे आम कारण यह है कि लोग अपने पैसे के लिए योजना बनाते समय यथार्थवादी नहीं होते हैं एवं इच्छाशक्ति में कमी।

Author

  • Ragini Singh

    रागिनी सिंह असेटबनाओ.कॉम की एक वित्तीय विश्लेषक हैं जिन्हें विभिन्न वित्तीय विषयों में महारत हासिल है ये लोगों को वित्तीय योजना, निवेश विकल्प और बजट कौशल पर सलाह देती हैं और उन्हें अपने वित्तीय जीवन को बेहतर बनाने में भी मदद करती हैं। इसके साथ ही इनको इन विषयों पर आधारित लेख ऑनलाइन लिखना पसंद है।

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